एक आरामदायक भविष्य बनाने के लिए आपको अपने पैसे को काम पर लगाने की आवश्यकता होती है। क्या आपको रिटायरमेंट के विषय में विचार कर रहे है?
प्रवासी रिटायरमेंट के लिए कहाँ निवेश कर सकते हैं?
रिटायरमेंट एक ऐसी चीज है जिसके बारे में हममें से ज्यादातर लोग नहीं सोचते हैं। लेकिन अगर आप एक अच्छी गुणवत्ता वाले जीवन के बाद रिटायरमेंट चाहते हैं तो आपको इसके लिए कम उम्र से ही योजना बनाना शुरू कर देना चाहिए।
सऊदी अरब,यूएई, दुबई, कतर, ओमान, कुवैत सहित पूरे गल्फ में प्रवासियों की एक बड़ी आबादी है और यह निश्चित रूप से उनके लिए महत्वपूर्ण है कि वे गल्फ छोड़ने के बाद आर्थिक रूप से स्वतंत्र जीवन जीने के लिए ठोस वित्तीय निर्णय लें। हालांकि प्रवासी के लिए जो घर से बहुत दूर हैं वित्त योजना बनाना और रिटायरमेंट के बाद की आय के लिए प्लानिंग करना चुनौतीपूर्ण है। लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
अधिकांश प्रवासी अपना वर्क कॉन्ट्रैक्ट समाप्ति के बाद घर वापस चले जाते हैं यू कहे गल्फ में कुछ वर्षों काम के बाद स्वदेश चले जाते हैं अतः काम करने की अवधि ज्यादातर सीमित वर्षों की होती है। गल्फ में काम करते समय प्रवासी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे अपनी आय का सही उपयोग कर रहे हैं या नहीं अर्थात आपातकालीन धनराशि जो नौकरी छूटने के बाद एक बचतकर्ता होगी, वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने के लिए निवेश / बचत की योजना या बच्चों के शिक्षा और इन के साथ-साथ आपने वित्तीय योजना में रिटायरमेंट भी शामिल होनी चाहिए।
गल्फ में प्रवासी श्रमिकों को पेंशन फंड नहीं दिया जाता है वे नौकरी/कॉन्ट्रैक्ट के अंत में सेवा समाप्ति लाभ (End of service benefits) के पात्र होते हैं जो जीवन स्तर के मानकों पर रिटायरमेंट निधि के रूप में पर्याप्त नहीं है। इसलिए, प्रवासी श्रमिकों को रिटायरमेंट के लिए खुद से योजना बनानी चाहिए ।
बचत या निवेश?
आप गल्फ छोड़ने (रिटायरमेंट) के बाद आर्थिक रूप से स्वतंत्र जीवन तभी प्राप्त कर सकते हैं जब हर महीने पर्याप्त आय का प्रवाह होता रहे इसके अलावा,रिटायरमेंट के बाद अगर आपके पास निवेश और बचत है तो हर महीने एक रेगुलर आमदनी संभव है। पढ़े-खाड़ी सहयोग परिषद & GCC का गठन व उद्देश्य?
हालांकि, बचत और निवेश दोनों ही आपके धन को बढ़ाते हैं कभी ऐसा समय भी आ सकता है जब दोनों विकल्पों में से किसी एक विकल्प पर विचार किया जा सकता है।
बचत आपके शॉर्ट टर्म लक्ष्यों को कवर करता है – जैसे छुट्टी, ऋण भुगतान या यहां तक कि नौकरी छूटने, चिकित्सा बिल आदि जैसी आपात स्थितियों के दौरान जब भी आवश्यकता होती है।
हालाँकि, बचत आपके पैसे को नहीं बढ़ा सकता है या रिटायरमेंट के बाद की ज़रूरतों को पूरा नहीं कर सकता है। चूंकि रिटायरमेंट योजना एक दीर्घकालिक लक्ष्य है जहां आपको बुनियादी ख़र्चों, स्वास्थ्य देखभाल की लागतों आदि का प्रबंधन करने के लिए धन की आवश्यकता होगी आप के लिए एक निवेश पर विचार करना आदर्श है एक अच्छे निवेश पर बेहतरीन रिटर्न (ROI) प्राप्त होता है।पढ़े–सऊदी अरब वीज़ा के प्रकार व आवेदन प्रक्रिया
निवेश विविधीकरण
एक बार जब कुछ अमाउंट बच जाए (आपातकालीन धनराशि को छेड़े बग़ैर) तो आप इसे निवेश करने के लिए उपयोग कर सकते हैं। बाजार में कई निवेश विकल्प उपलब्ध हैं और उनमें से चुनना आपके जोखिम सहनशीलता और वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है।
एक बार एक बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा था “अपने सभी अंडों को एक टोकरी में मत रखो“, जो यह बताता है कि मेहनत से कमाए गए धन को उच्च जोखिम से बचने के लिए विभिन्न सेक्टर में निवेश पर विचार करना चाहिए आप अपने पोर्टफोलियो को सुरक्षित रखते हुए काम जोखिम के साथ अच्छा रिटर्न अर्जित कर सकते है।
अपने गृह देश में निवेश करना
उभरते हुए निवेशक विदेशी देशों के बजाय अपने घरेलू देश में निवेश करना पसंद करते हैं। आप जिस चीज से परिचित होते हैं उस में निवेश करने में आसानी होती हैं। अपने देश में निवेश करने में आमतौर पर कम कागजी कार्रवाई के साथ कानूनी औपचारिकताएं भी काफी आसान होती हैं।
उदाहरण के लिए यदि एक भारतीय प्रवासी है और राष्ट्रीय पेंशन योजना में निवेश करना चाहता है तो यह पात्रता (यह केवल भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्ध है) उससे मिलने वाले रिटर्न, जोखिम प्रोफाइल, आदि पर आप विचार कर सकते हैं। पढ़े-दुबई में कारोबार के लिये 20 स्मॉल बिज़नेस आइडिया और अवसर
इसके अलावा यदि कोई शेयर बाजार में निवेश करना चाहता है तो वे एक निवेश ब्रोकर की मदद से डीमैट अकाउंट खोल कर निवेश कर सकता है उस के लिए एक एक्टिव बैंक अकाउंट की आवश्यकता होती है।
निवेश के विकल्प
रियल एस्टेट
निवेश का सबसे पुराना और भरोसेमंद रूप अचल संपत्ति में निवेश करना रहा रहा है। संपत्ति में निवेश सरल और प्रसिद्ध विचार रहा है। हालांकि एक प्रवासी के रूप में संपत्ति में निवेश विकल्प पर विचार करने से पहले एक बात जिस पर आपको विचार करनी चाहिए – आप कब तक रिटायर होना चाहेंगे?
यदि आप एक भारतीय हैं और रिटायरमेंट के बाद भारत में रहना चाहते हैं तो आपको भारत में संपत्ति खरीदने पर विचार करना चाहिए। इस तरह आप संपत्ति किराए पर दे सकते हैं और एक नियमित आय की उम्मीद रिटायर के बाद कर सकते हैं। लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि रियल एस्टेट उच्च मूल्य का निवेश विकल्प है। पढ़े–कुछ प्रवासी वर्षों विदेश में नौकरी करने के बाद भी क्यों गरीब रह जाते हैं
बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट या टर्म डिपॉजिट
फिक्स्ड डिपॉजिट भी एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है। यह आसान और सुरक्षित दीर्घकालिक निवेश विकल्पों में से एक है जहां बैंक आपके निवेश को एक विशेष समय के लिए रखते हैं और उस पर ब्याज का भुगतान करते रहते हैं।
हालांकि, आप के निवेश पर रिटर्न (ROI) के विषय सोचने की जरूरत है। अन्य निवेश रास्ते की तुलना में फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला रिटर्न काफी कम होता है और जब महंगाई दर पर विचार किया जाता है तो जमा राशि के अनुपात में आपका पैसा ज्यादा नहीं बढ़ता है।
एक सकारात्मक नोट जब जोखिम की तुलना की जाती है तो फिक्स्ड डिपॉजिट सुरक्षित माना जाता है। इसलिए, फिक्स्ड डिपॉजिट को निवेश विविधीकरण विकल्प के रूप में विचार करना ठीक माना जाएगा।
स्टॉक मार्केट
शेयर बाजार धन बनाने के लिए सबसे अच्छा निवेश विकल्प माना जाता है। यह एक दीर्घकालिक निवेश विकल्प है जो आपके पैसे को समय के साथ बढ़ता है और बेहतरीन रिटर्न प्रदान करता है। एक प्रवासी अपने गृह देश भारत के साथ साथ सऊदी अरब, यूएई, कतर ,ओमान सहित लगभग सभी गल्फ देशों के शेयर बाजार में निवेश कर सकता है।
आमतौर पर निवेश की प्रक्रिया यह है कि आप अपने पसंद के ब्रोकर को अपना पैसा भेजते हैं जो आप के पसंद के स्टॉक मे ब्रोकर आपकी ओर से निवेश करता है। बदलते दौर के साथ स्टॉक मार्केट भी बदल गया है अब आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकते है। यह एक अच्छा व्यापार प्लेटफॉर्म है जहां आप अपने शेयरों को नियमित रूप से ट्रैक कर सकते है यहां तक कि आप खुद स्टॉक खरीद/बेच सकते है।
स्टॉक्स पर रिटर्न अस्थिर होता है। इसलिए इस विकल्प पर विचार करने से पहले आपके पास शेयर बाजार के बारे में गहरी जानकारी ले लेनी चाहिए। स्टॉक के अलावा आप ईटीएफ (एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड) को भी समझ सकते हैं जहां अलग-अलग स्टॉक, बॉन्ड, फंड्स में डीमैट या ब्रोकर की मदद से खरीद बेच सकते है। पढ़े–गामका (GAMCA) मेडिकल टेस्ट संक्षिप्त गाइड व प्रश्न
पेंशन योजना
ज्यादातर देश अपने नागरिकों को पेंशन योजना प्रदान करते हैं। एक प्रवासी के रूप में आप अपने देश की पेंशन योजना में निवेश कर सकते हैं (बशर्ते आप पात्र हों)।
उदाहरण के लिए भारत सरकार राष्ट्रीय पेंशन योजना प्रदान करता है जो सेवानिवृत्त लोगों को पेंशन देता है। आप हर वित्त वर्ष में एक निश्चित राशि निवेश कर सकते हैं और रिटायरमेंट के बाद जमा धन का उपयोग करते हुए मैच्योरिटी पर 60 प्रतिशत धन निकाल सकते हैं। अतः यह आपके रिटायरमेंट के जीवन को आर्थिक रूप से तनाव मुक्त रखने के लिए उचित रिटर्न प्रदान करता रहेगा।
म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड सबसे अच्छे दीर्घकालिक निवेश विकल्पों में से एक हैं। इसलिए आप के रिटायरमेंट कोष के लिए एक आदर्श निवेश विकल्प हो सकता है। म्यूचुअल फंड लंबी अवधि में उच्च रिटर्न देते हैं। आपके पास अनेकों फंड में निवेश करने का विकल्प उपलभद है जो आपके जोखिम वरीयता और निवेश व समय-सीमा से मेल खाता हो। याद रखें निवेश का एक सामान्य नियम हमेशा लागू होता है: उच्च जोखिम = उच्च संभव रिटर्न। आप एक छोटी राशि से शुरुआत कर सकते हैं और एक बार जब आप कन्सेप्ट को समझ लेते हैं तो आप धीरे-धीरे अपना निवेश बढ़ा सकते हैं।
गोल्ड
हर कोई जानता है कि गल्फ देशों को सोने की भूमि कहा जाता है। गोल्ड के ज्वेलरी के साथ आप गोल्ड बार भी खरीद सकते है यह निवेश का अच्छा विकल्प है। इस पीली धातु का मूल्य समय के साथ बढ़ता रहता है और वित्तीय सहायता की आवश्यकता होने पर बेहतर रिटर्न प्रदान करता है। पढ़े-गोल्ड कैरेट क्या है? 24K, 22K और 18k के बीच क्या अंतर है
कुछ महत्वपूर्ण पहलू जिस पर आप को विचार करना चाहिए
रिटायरमेंट की आयु
यह विचार करने के लिए पहला और सबसे महत्वपूर्ण कारक है। हालांकि आदर्श रिटायरमेंट की आयु 60 के आसपास मानी जाती है लेकिन कुछ लोग इससे पहले या उसके बाद सेवानिवृत्त होना चाहते हैं। अपने रिटायरमेंट के लिए बचे समय को ध्यान में रखते हुए। आपको अपने निवेश विकल्प को बुद्धिमानी से चुनना होगा। यदि आप सेवानिवृत्त के करीब हैं तो आपको फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे साधारण निवेश विकल्पों पर विचार करने की आवश्यकता है। यदि आपके पास एक लंबा निवेश टाइम है तो आप स्टॉक और म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पों के बारे में सोच सकते हैं जो समय के साथ बेहतरीन वेल्थ क्रिएट कर के देते हैं। पढ़े–सऊदी अरब में कारोबार के लिये 20 स्मॉल बिजनेस आइडिया
रिटायरमेंट फंड क्यों जरूरी है
आपको गणना करनी और समझना चाहिए कि आपको अपने रिटायरमेंट के बाद के जीवन को शांति से जीने के लिए कितना पैसा चाहिए। एक बार जब आप मुद्रास्फीति (Inflation) और बढ़ती स्वास्थ्य देखभाल लागत को ध्यान में रखकर इसका एहसास करते हैं तो यह समझना आसान होगा कि कौन सा निवेश आपके लिए सबसे उपयुक्त है। आमतौर पर कहा जाता है कि एक व्यक्ति को अपने सामान्य जीवन स्तर को बनाए रखने के लिए अपनी प्री-रिटायरमेंट पर इनकम का 70 से 80 फीसदी हिस्सा चाहिए। हालांकि, इसमें महंगाई शामिल नहीं है। मुद्रास्फीति (महंगाई) के कारण जीवन यापन की लागत बढ़ सकती है जिसका अर्थ है कि आप रिटायरमेंट के बाद भी कमाने की योजना बना रहे हैं। अपने वर्तमान जीवन स्तर के अनुसार यदि आपको रिटायरमेंट के बाद INR 20,000 (प्रति माह) की आवश्यकता है, तो राशि में 3 से 4 प्रतिशत और जोड़ों फिर अपनी योजना बनाएँ। पढ़े–खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) का गठन व उद्देश्य ?
महंगाई के अलावा आपको टैक्स पर भी विचार करना चाहिए इसलिए इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए आपको रिटायरमेंट फंड की राशि का विश्लेषण जरूर करना चाहिए। आप एक फाइनेंसियल एडवाइजर से परामर्श ले सकते हैं जो आपकी आवश्यकताओं को समझ कर आपको अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने मे मदद कर सकता सकता है।
रिटायरमेंट के बाद
एक बार जब आप रिटायर हो जाते हैं तो आपके पिछले दिनों के दौरान किए गए निवेश के अलावा कोई अन्य आय के स्रोत नहीं होंगे। इसलिए उच्च रिटर्न विकल्पों की अपेक्षा करने के बजाय स्थिर रिटर्न की योजना बनाए जो मासिक आय उत्पन्न करते हो।
रिस्क फैक्टर
निवेश पोर्टफोलियो बनाते समय आपको इसमें शामिल जोखिमों को समझना चाहिए। एक उच्च जोखिम वाले फंड में निवेश करना उलटा पड़ सकता है। लेकिन जोखिम सहनशीलता और निवेशक की उम्र पर भी निर्भर करती है। जब आप रिटायरमेंट के करीब हैं तो आप अपने मेहनत से कमाए गए पैसे पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहेंगे अतः रिटायरमेंट के करीब या अधिक उम्र वाले लोग को फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे कम जोखिम वाले निवेश के साथ जा सकते हैं।
जब आपके पास अपने रिटायरमेंट के लिए कम से कम 25 से 30 साल होते हैं और यह बहुत समय होता है जहां आप दीर्घकालिक निवेश विकल्प चुन सकते हैं और यहां तक कि अगर आपको कोई नुकसान उठाना पड़ता है तो आप आसानी से सहन कर सकते हैं। इसलिए बाजार का विश्लेषण करें अपनी उम्र को ध्यान में रखें और सही निवेश विकल्प चुनें।
निवेश पर रिटर्न
रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (RoI) या तो अस्थिर हो सकता है या तय किया जा सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट एक अच्छा उदाहरण है जहां निवेशक जानता है कि निम्नलिखित कार्यकाल के अंत में कितना रिटर्न जनरेट होगा। हालांकि म्यूचुअल फंड, स्टॉक, गोल्ड, रियल एस्टेट के साथ लाभ का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट के प्रकार को ध्यान में रखते हुए आपको अपने निवेश की योजना बनानी चाहिए। यह आपके वांछित जोखिम कारक को संरेखित करता है।
आपातकालीन फंड
जब आप रिटायरमेंट फंड के लिए पैसे बचा रहे होते हैं तो आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत होती है कि आप अपने आपातकालीन फंड को डिस्टर्ब नहीं कर रहे हैं क्योंकि ये फंड नौकरी के जाने जैसी महत्वपूर्ण स्थितियों के दौरान आपकी मदद करेंगा। आपको अपने मासिक आय, नियमित खर्च, आपातकालीन धन जैसे मुद्दों को ध्यान में रखना चाहिए और रिटायरमेंट के लिए बजट योजना बनानी चाहिए। पढ़े–क़तर 1971 से अब के अमीरों की सूची व संक्षिप्त इतिहास
हम में से ज्यादातर लोग यह सोचते है की रिटायरमेंट प्लान करने के लिए अभी बहुत टाइम है। इसलिए रिटायरमेंट बचत योजना को स्थगित कर देते हैं। आमतौर पर जब तक हमे वास्तविकता का एहसास होता है उस-वक़्त बहुत देर हो चुकी होती है।
अगर अब आपने निवेश करने का मन बना लिया है तो आपको यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि आप इसे बुद्धिमानी से करेंगे। ऊपर उल्लिखित अधिकांश निवेश विकल्प सभी व्यक्तियों के लिए आदर्श हैं आप स्मार्ट रास्ते पर विचार करें और आज अपनी रिटायरमेंट के लिए योजना बनाना शुरू करें !
आप को यह लेख कैसा लगा अपने विचारों से अवगत कराए लेख से संभन्दित किसी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर के लिए हमे कोम्मनट बॉक्स मे मैसेज छोड़ सकते है। ✌️🤔
अगले लेख में हम NRIs पेंशन योजना पर विस्तृत चर्चा करेंगे।