भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को नए कोविड लहर (New Covid wave) के बढ़ते मामलों के पर चिंता व्यक्त करते हुए ‘अंतर्राष्ट्रीय आगमन के लिए दिशानिर्देश‘ (Guidelines for International Arrivals) जारी किया है। भारत ने सभी हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए यादृच्छिक COVID परीक्षण फिर से शुरू किया गया है। चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील, दक्षिण कोरिया, जापान सहित दुनिया भर में तेजी से नए कोविड वेरिएंट (ओमिक्रॉन सबवेरिएंट बीएफ.7) के माममले बढ़ रहे है।
मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों में ऐसे प्रोटोकॉल शामिल हैं जिनका अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के साथ-साथ प्रवेश के बिंदुओं (हवाई अड्डों, बंदरगाहों और भूमि सीमाओं) पर COVID प्रोटोकॉल का पालन किया जाना अनिवार्य है यह आदेश 24 दिसंबर, 2022 से अगले आदेश जारी होने तक प्रभावी रहेगा। पढ़े–गामका (GAMCA) मेडिकल टेस्ट संक्षिप्त गाइड व प्रश्न
भारत में अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए दिशानिर्देश
भारत आने वाले सभी यात्रियों को निर्देशित किया गया है जिस देश मे वो प्रवास कर रहे है उन्हे उस देश के कोविड-19 टीकाकरण के अनुमोदित प्राथमिक अनुसूची के अनुसार सभी डोज लिया गया होना चाहिए।
यात्रा के दौरान
COVID-19 महामारी के मद्दे नजर इन-फ्लाइट घोषणाएं जिनमें एहतियाती उपायों का पालन करना होगा (मास्क उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन करना होगा) साथ ही उड़ानों में यात्रा के दौरान और प्रवेश के सभी बिंदुओं पर प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा।
यात्रा के दौरान कोविड-19 के लक्षण वाले किसी भी यात्री को मानक प्रोटोकॉल के अनुसार अलग आइसोलेशन सुविधा में स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए।
भारत में आगमन पर
शारीरिक दूरी सुनिश्चित करते हुए डी-बोर्डिंग की जायेगी । v. प्रवेश के बिंदु पर मौजूद स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा सभी यात्रियों के थर्मल स्क्रीनिंग किया जायगा।
स्क्रीनिंग के दौरान लक्षण पाए जाने वाले यात्रियों को तुरंत अलग किया जाएगा और स्वास्थ्य प्रोटोकॉल (उपर्युक्त) के अनुसार निर्दिष्ट चिकित्सा सुविधा में ले जाया जाएगा। पढ़े–सऊदी अरब में एक विदेशी के रूप में बिजनेस शुरू करने की प्रक्रिया
भारत आगमन के बाद निम्नलिखित प्रोटोकॉल का भी पालन करना होगा:
- एक सब-सेक्शन (उड़ान में कुल यात्रियों का 2%) आगमन पर हवाई अड्डे पर यादृच्छिक टेस्ट परीक्षण से गुजरना होगा।
- प्रत्येक उड़ान में कुछ यात्रियों की पहचान संबंधित एयरलाइनों के कर्मचारियों द्वारा की जाएगी (अधिमानतः विभिन्न देशों से)। वे नमूने जमा करेंगे और उसके बाद उन्हें हवाई अड्डे को छोड़ने की अनुमति दी जाएगी।
- यदि ऐसे यात्रियों के नमूनों का परीक्षण सकारात्मक पाया जाता है, तो उनके नमूनों को आगे INSACOG प्रयोगशाला नेटवर्क में जीनोमिक परीक्षण के लिए भेजा जयगा।
- निर्धारित मानक प्रोटोकॉल के अनुसार उनका उपचार किया जाएगा।
सभी यात्रियों को आगमन के बाद अपने स्वास्थ्य की स्वयं निगरानी करनी चाहिए और अपने निकटतम स्वास्थ्य सुविधा को रिपोर्ट करनी चाहिए या राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर (1075) / राज्य हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करना चाहिए यदि उन्हें कोई लक्षण दिख रहा हो तो तत्काल स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर उपचार सुरू कर देना चाहिए। पढ़े-मैं सऊदी अरब से भारत कितना गोल्ड/ कैश ले जा सकता हूं?
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों को आगमन के बाद परीक्षण से छूट दी गई है। हालांकि यदि वे आगमन पर या स्व-निगरानी अवधि के दौरान COVID-19 के लक्षण पाए जाते हैं तो प्रोटोकॉल के अनुसार उनका परीक्षण और उपचार किया जाएगा।
हवाई अड्डों पर रैंडम परीक्षण
भारत के हवाई अड्डों पर फिलहाल 2%अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का रैंडम सैंपलिंग शुरू किया गया है। आवश्यक हुआ सभी के लिए अनिवार्य बनाने पर विचार किया जा सकता है।