एक भारतीय महिला अपने हिंदू पति के अवशेषों को स्वदेश भेजने की मांग कर रही है जिसे गलती से मुस्लिम संस्कार के अनुसार सऊदी अरब में दफनाया गया था।
महिला के मुताबिक जेद्दा में भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा मृत्यु प्रमाण पत्र पर धर्म के अनुवाद में त्रुटि (यानी मृत्यु प्रमाण पत्र में इस्लाम दर्ज ) होने के कारण मुस्लिम संस्कार के अनुसार उसके पति को सऊदी अरब में दफनाया गया था।
भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने संबंधित सऊदी अधिकारियों से संपर्क किया है, जिसमें मृतक के शव को भारत वापस भेजने की अनुमति मांगी गई है ताकि उसका परिवार उसे हिंदू रीति रिवाज के अनुसार अंतिम संस्कार कर सके। पढ़े-सऊदी अरब मे भारतीयों के लिये श्रम उल्लंघन शिकायत व अन्य सहायता हेतु दूरभाष सेवा
विधवा ने अपने पति के पार्थिव शरीर को भारत वापस लाने की मांग करते हुए दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
भारतीय नागरिक संजीव कुमार का 24 जनवरी को सऊदी अरब में उनके कार्यस्थल पर निधन हो गया था वे डायबिटीज, हाइपरटेंशन व अन्य कई गंभीर रोगों से पीड़ित थे इन्ही कारण उनकी मृत्यु हो गई थी उनके शव को जीजान जनरल अस्पताल में रखा गयाथा।
अपनी याचिका में महिला ने आरोप लगाया है कि पति की मौत की सूचना मिलने पर उसके परिजनों ने संबंधित अधिकारियों से पार्थिव शरीर को स्वदेश भेजने को कहा था। पढ़े-GOSI सऊदी अरबीया, सब कुछ जो आपके लिए जानना जरूरी है
न्यायमूर्ति प्रतिभा एम सिंह की पीठ ने याचिका पर सुनवाई करते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील को महिला की चिंताओं को दूर करने की दिशा में उठाए गए कदमों के ब्यौरे के साथ स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश भी दिए है।
जस्टिस सिंह ने टिप्पणी की कि महिला अपने पति की मौत के बाद जनवरी माह से अधिकारियों से गुहार लगा रही है और उसकी शिकायतों के समाधान के लिए पर्याप्त कदम उठाए जाने चाहिए थे।
हालांकि 18 फरवरी को पत्नी को सूचना मिली कि उसके पति के शव को सऊदी अरब में भी दफनाया गया है, दूसरी तरफ पत्नी भारत में अपने पति पार्थिव शरीर का इंतजार कर रही थी। पढ़े-सऊदी अरब ग्रीन कार्ड निवास परमिट आवेदन प्रक्रिया
जेद्दा भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने महिला से माफ़ी मांगा है और बताया कि यह भारतीय वाणिज्य दूतावास जेद्दा के अधिकारियों द्वारा अनुवाद मे की गई गलती के कारण ऐसा हुआ था जिसने मृत्यु प्रमाण पत्र में मृतक के धर्म को ‘मुस्लिम’ के रूप में अनुवाद किया गया था।
स्रोत-गल्फ न्यूज