किंगडम ऑफ सऊदी अरबिया, हाल ही मे कराए गए एक अध्ययन के बाद, निजी क्षेत्र के वर्किंग आवर्स को सार्वजनिक क्षेत्र के वर्किंग आवर्स (काम के घंटों) के बराबर करने का प्रस्ताव श्रम मंत्रालय को भेजा गया है। क्योंकि सरकार निजी क्षेत्र को स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभाओं के लिए अधिक आकर्षक बनाना चाहती है।
यह अध्ययन पिछले महीने मानव संसाधन और सामाजिक विकास मंत्रालय (Ministry of Human Resources and Social Development) द्वारा अनुमोदित एक नई श्रम बाजार रणनीति के अनुरूप किया गया था। पढ़े-रियाद एयरपोर्ट संक्षिप्त गाइड व हेल्पलाइन नंबर
यह अध्ययन बाजार की दक्षता बढ़ाने के लिए साक्ष्य-आधारित नीतियों के आधार पर एक पद्धति का पालन करता है।
मंत्रालय ने खुलासा किया कि यह रणनीति इस प्रकार से विकसित की गई है की श्रम बाजार में सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों मे सुधार लाया जा सके।
यह पहल बाजार की दक्षता में सुधार और ये विज़न रियलाइज़ेशन प्रोग्राम और विज़न 2030 के लक्ष्यों के अनुरूप हैं। इनमें ऐसे पैकेज भी शामिल हैं जिनका दायरा आर्थिक भागीदारी की दर को बढ़ाना और कौशलता के आधार पर वेतन व अन्य सुविधावों को मुहैया करना शामिल है। पढ़े-सऊदी अरब मे भारतीयों के लिये श्रम उल्लंघन शिकायत व अन्य सहायता हेतु दूरभाष सेवा
मंत्रालय ने कहा कि रणनीति श्रम बाजार के लिए स्थानीय और वैश्विक प्रतिभा और क्षमताओं को आकर्षित करने के साथ ही उत्पादक रोज़गार के अवसर प्रदान करने के अलावा एक विविध और समृद्ध अर्थव्यवस्था और भविष्य में सभी चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
स्रोत -ओकाज़