कुवैती अखबार अल कबास मे प्रकाशित एक रिपोर्ट से पता चला है की 2020 के चौथी तिमाही में 83,574 प्रवासीवों ने कुवैत स्थायी रूप से छोड़ दिया है।
एक महीने पहले, अल राय द्वारा प्रकाशित आधिकारिक आंकड़ों से अनुमान लगाया था कि महामारी से पहले कुवैत में रहने वाले लगभग 3.3 मिलियन प्रवासी थे, यह संख्या हाल के महीनों में घटकर 2.65 मिलियन रह गई है। पढ़े-कुवैत, वर्क परमिट/इकामा रिन्यूअल के लिए डिग्री का प्रत्यायन जरूरी
इसके अलावा, सार्वजनिक क्षेत्र में काम कार रहे 2,144 प्रवासी कर्मचारियों के अनुबंध को समाप्त कर दिया गया है। दो सरकारी एजेंसियों मे सबसे अधिक छंटनी देखी गई है 1-स्वास्थ्य मंत्रालय और 2-शिक्षा मंत्रालय है। इसके अलावा कुवैत एयरवेज़, बेकरी और सार्वजनिक परिवहन विभाग का नंबर आता है।
दूसरी तरफ घरेलू कामगारों ने पिछले तीन महीनों में लगभग 7,385 कुवैत को हमेशा के लिए अलविदा कह गए है।
प्रवासियों की संख्या में कमी का प्रमुख कारण अवैध परमिट धारकों पर सरकार द्वारा की जाने वाली कार्रवाई और लॉकडाउन के कारण लोगों का अपनी नौकरी से हाथ धोना है। पढ़े-गोल्ड कैरेट क्या हैं? 24K, 22K और 18k के बीच क्या अंतर है
कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद से, कुवैत में श्रम बाजार विभिन्न कारणों से गंभीर रूप से प्रभावित हुआ है। उसके बाद अप्रैल में, आंतरिक मंत्रालय ने एक माफी कार्यक्रम शुरू किया था जिसने गैर-परमिट धारकों को बिना किसी दंड के देश छोड़ने की अनुमति दी गयी थी। सरकार द्वारा उनके टिकट के लिए भी भुगतान किया था। पढ़े-खाड़ी सहयोग परिषद & GCC का गठन व उद्देश्य?
अप्रैल और जून के बीच, 26,000 गैर-परमिट धारक कुवैत से माफी कार्यक्रम के परिणामस्वरूप कुवैत से चले गए थे। एक अन्य कारण महामारी का आर्थिक प्रभाव है जिसके कारण कई व्यवसायों और कंपनियों को खर्च में कटौती व श्रमिकों की छटनी करनी पड़ी है।
कोविड-19 यात्रा प्रतिबंधों के कारण गल्फ देशों में लगभग 365,000 प्रवासी फंसे हुए हैं, जिनमें से 147,000 निवास परमिट/इकामा समाप्त हो चुके हैं।
महामारी के दौरान कुवैत ने दो बार अपने हवाई अड्डे और सीमाओं को बंद कर दिया था। पहली बार 13 मार्च से 1 अगस्त तक था। फिर नए COVID तनाव पर चिंता जताते हुए, कुवैत ने 21 दिसंबर से 1 जनवरी तक, कुवैत ने सभी हवाई, भूमि और समुद्री यात्रा को रोक दिया था। पढ़े-क्या आप एक प्रवासी है? अपने रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं?
हालांकि हवाई अड्डे को फिर से खोल दिया गया है। लेकिन 35 देशों से आने वाले यात्रियों को अभी भी पहले 14 दिनों के लिए गैर-प्रतिबंधित देश ठहरने/ क्वारंटाइन के बाद कुवैत में प्रवेश अनुमति दी गई है। यात्रा प्रतिबंध सूची में भारत, फिलीपींस, नेपाल और श्रीलंका जैसे देश शामिल है।